Punjab: अस्पतालों में लंगर सेवा कर रहे पिता-पुत्र के वाहन पर हमला, बाइक सवारों ने रात के समय की फायरिंग
Punjab: सोमवार रात को पंजाब के लुधियाना और मोगा के अस्पतालों में लंगर सेवा करने वाले पिता-पुत्र के वाहन पर दो बाइक सवारों ने गोली चला दी। इस घटना में पिता-पुत्र और उनके एक सहयोगी की जान बाल-बाल बच गई। इस घटना के बाद पीड़ितों ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई, और पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
घटनाक्रम
रात के लगभग 11:15 बजे, जब पिता जसविंदर सिंह, उनके भाई अर्शदीप सिंह और पिता गांव रु-मी में अपने घर लौट रहे थे, तो उनकी गाड़ी रास्ते में खराब हो गई। गाड़ी को मैकेनिक के पास छोड़कर वे एक बोलेरो में सवार होकर जगराओं से गांव रु-मी की ओर चल पड़े। जब वे गांव ढोलन के पास पहुंचे, तो वे प्रार्थना करने लगे। इसी दौरान, दो बाइक सवार उनकी गाड़ी के पास पहुंचे।
बाइक सवारों ने पहले उनकी गाड़ी को क्रॉस किया और फिर अपनी बाइक की गति धीमी कर दी। जैसे ही उनकी गाड़ी बाइक सवारों के पास पहुंची, बाइक पर पीछे बैठा व्यक्ति ने गाड़ी की खिड़की को बेसबॉल से तोड़ दिया और उसके बाद फायरिंग कर दी। जब जसविंदर सिंह ने अपनी गाड़ी रोकी, तो हमलावर बाइक पर सवार होकर रैकोट की ओर भाग गए। इसके बाद, पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही, पुलिस थाना सदर के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी खंगाल रही है। पुलिस अधिकारी सुखमंदर सिंह ने बताया कि जसविंदर सिंह, जो एकता वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक हैं, लुधियाना, मोगा और जगराओं के विभिन्न अस्पतालों में लंगर, कपड़े और किताबें बांटते हैं। उनके तीन वाहन रोजाना विभिन्न शहरों के अस्पतालों में सेवा के लिए जाते हैं।
पीड़ितों का बयान
जसविंदर सिंह ने बताया कि वे पहले से ही धमकियां प्राप्त कर रहे थे। घटना के समय, वे अस्पतालों में लंगर बांटकर लौट रहे थे और उनकी गाड़ी खराब हो गई थी। इस दौरान उनकी गाड़ी की खिड़की को तोड़कर गोली चलाना एक भयावह घटना थी। उन्होंने कहा कि उनके पास पहले भी धमकियां आई थीं और यह घटना उनके लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई है।
जांच की दिशा
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच को गहराई से करने का निर्णय लिया है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच के साथ-साथ पुलिस स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने में सफल होंगे।
सामाजिक सेवा का महत्व
जसविंदर सिंह और उनके परिवार द्वारा चलाए जा रहे एकता वेलफेयर ट्रस्ट की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है। वे अस्पतालों में गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए लंगर, कपड़े और किताबें उपलब्ध कराते हैं। उनका यह प्रयास समाज के गरीब और जरूरतमंद वर्ग की सहायता करता है और समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि समाज में ऐसे लोगों को निशाना बनाना एक गंभीर अपराध है और इससे समाज के अच्छे कार्यों को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
सार्वजनिक सुरक्षा की चुनौती
यह घटना सार्वजनिक सुरक्षा की एक गंभीर चुनौती को दर्शाती है। ऐसी घटनाएं समाज में भय और असुरक्षा की भावना को बढ़ावा देती हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चाहिए कि वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं और समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी उपाय करें।
आगे की योजना
पीड़ितों ने घटना के बाद पुलिस से अपेक्षा की है कि वे इस मामले की त्वरित और उचित जांच करें और आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलवाएं। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करेंगे।
निष्कर्ष
पंजाब में अस्पतालों में लंगर सेवा करने वाले पिता-पुत्र के वाहन पर हुए इस हमले ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न केवल पीड़ितों के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर संदेश देती है। हमें समाज में अमन और सुरक्षा बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। पुलिस को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और समाज के अच्छे कामों को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।